“जल-जंगल-जन के हक़ में खारुन दाई पदयात्रा—सांकरा में छत्तीसगढ़ी संस्कृति से हुआ ऐतिहासिक स्वागत”रायपुर

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पोर्टल न्यूज: चौपाल न्यूज इन, रायपुर छत्तीसगढ़http://Chaupal new in
🗓 स्थान: धरसीवां-सांकरा क्षेत्र
📆 तिथि: 03 जून 2025
✍️ प्रधान संपादक: सुरेन्द्र यादव


⚡ खारुन दाई के आज़ादी पदयात्रा तीसरे दिन सांकरा पहुँची, जनसंपर्क व विरोध दर्ज कर रही पदयात्रा

खारुन नदी को प्रदूषण मुक्त करने और जल संरक्षण हेतु सतत जनजागरण अभियान

रायपुर ज़िले के सोमनाथ लखना से 1 जून को आरंभ हुई “खारुन दाई के आज़ादी पदयात्रा” आज तीसरे दिन सिलतरा से होकर सांकरा गांव पहुंची। इस जनांदोलन का उद्देश्य खारुन नदी को औद्योगिक प्रदूषण से मुक्त करना, जल का अंधाधुंध दोहन रोकना, और नई औद्योगिक इकाइयों को नदी जल के अनुबंध से रोकने के लिए आवाज उठाना है।


📌 सांकरा में पारंपरिक छत्तीसगढ़िया अंदाज में स्वागत, महतारी चौक बना सांस्कृतिक केंद्र

  • पदयात्रियों के सांकरा पहुंचने पर सरपंच श्री रघुनाथ साहू और पंचगणों के नेतृत्व में ग्रामवासियों ने भव्य स्वागत किया।
  • महतारी चौक में पदयात्रियों ने छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा अर्चना की और पारंपरिक विधि से आरती कर संस्कृति और स्वाभिमान का प्रतीक प्रस्तुत किया।
  • ग्रामवासियों ने पदयात्रा दल के स्वागत में सेनानी मल (झंडा) और किसान गमछा भेंट कर सम्मान प्रदान किया, जो छत्तीसगढ़ी अस्मिता का प्रतीक माना जाता है।
  • यह स्वागत एक भावनात्मक और सांस्कृतिक क्षण बना, जिसमें ग्रामीणों ने “महतारी के सेवा खातिर पदयात्री हमर मया के हकदार हंवय” कहते हुए अपने जुड़ाव को दर्शाया।

🎤 सभा में अमित बघेल का प्रहार – “छत्तीसगढ़ की नदियां पूंजीपतियों के हाथ गिरवी!”

जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष अमित बघेल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा:

“छत्तीसगढ़ की सरकार औद्योगिक घरानों को लाभ पहुंचाकर छत्तीसगढ़ियों के भविष्य और संसाधनों को गिरवी रख चुकी है। पहले हसदेव जंगल अडानी को, अब जल स्रोत निजी हाथों में देने की तैयारी है।”

सभा के उपरांत सुंगेरा गांव के ग्रामीणों द्वारा दूध वितरण कर पदयात्रियों का अभिनंदन किया गया।


🚩 सोन्डरा में नुक्कड़ सभा, ग्रामीणों ने कहा – “जल जीवन के लिए संघर्ष जरूरी है”

  • पदयात्रा सांकरा मुरेठी से सोन्डरा गांव पहुंची, जहां घनाराम साहू व साथियों ने अगवानी की।
  • बाजार चौक में नुक्कड़ सभा आयोजित कर यात्रा के उद्देश्यों को साझा किया गया।
  • ग्रामीणों ने कहा,

“गर्मी में पदयात्रा कर रहे लोगों का संघर्ष इस बात का प्रमाण है कि आम जनता अब अपने जल-संसाधनों की रक्षा के लिए जागरूक हो रही है।”


🍲 भोजन उपरांत बाना गांव के लिए प्रस्थान, जहां रात्रि विश्राम निर्धारित

सोन्डरा में स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से भोजन की व्यवस्था की गई, जिसके पश्चात यात्रा ग्राम बाना के लिए रवाना हुई।


http://Chaupalnews.in📸 विशेष झलकियाँ: महतारी पूजा, पारंपरिक स्वागत, सेनानी मल और गमछा सम्मान
🎥 पूरी यात्रा की रिपोर्टिंग: चौपाल न्यूज इन – रायपुर छत्तीसगढ़ पर उपलब्ध


📢 नोट:
“खारुन दाई के आज़ादी पदयात्रा” का अगला चरण बाना से होते हुए अन्य प्रभावित गांवों तक जाएगा। चौपाल न्यूज इन इस जन-आंदोलन की पल-पल की अपडेट देता रहेगा।


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