

राहुल गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने अपना गुरु खो दिया है, क्योंकि डॉ. सिंह उनके लिए मार्गदर्शक और प्रेरणास्त्रोत थे। उनका यह बयान उनके प्रति सम्मान और उनके योगदान को दर्शाता है।
डॉ. मनमोहन सिंह का निधन भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ी क्षति है, क्योंकि उन्होंने कई ऐतिहासिक और दूरदर्शी निर्णय लिए, जिनका प्रभाव आज भी महसूस किया जाता है। उनके द्वारा किए गए प्रमुख फैसलों में आरटीआई (RTI) अधिनियम, मनरेगा (MNREGA) योजना, आधार (Aadhaar) कार्ड की शुरुआत, 1991 के आर्थिक सुधार, और वित्तीय क्षेत्र में सुधार शामिल हैं, जिनका उद्देश्य भारत को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ाना था। इन फैसलों ने न केवल भारत के आर्थिक संकट को समाप्त किया, बल्कि उसे एक नई दिशा दी, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था ने महत्वपूर्ण प्रगति की।
उनके योगदान ने न केवल भारत की आर्थिक नीति को सशक्त किया, बल्कि लोकतांत्रिक संस्थाओं को पारदर्शी और मजबूत बनाने में भी मदद की। उनका कार्यकाल भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था में एक स्थायी धरोहर के रूप में याद किया जाएगा