राजवाड़े के निर्देश पर बड़ी कार्रवाई
छह सप्लाई एजेंसियां ब्लैकलिस्ट, सामान वापस मंगाया गया

आंगनबाड़ी घोटाले पर बड़ी कार्रवाई – छह सप्लाई एजेंसियां ब्लैकलिस्ट, घटिया सामग्री लौटाई गई
मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के निर्देश पर राज्य स्तरीय जांच समिति की रिपोर्ट के बाद सख्त कदम, गड़बड़ी करने वाली एजेंसियों को जेम पोर्टल से हटाया गया
चौपाल न्यूज इन रायपुर छत्तीसगढ़ रायपुर http://Chaupal new inरायपुर। आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों और महिलाओं के लिए भेजी गई सामग्रियों की गुणवत्ता पर उठे सवालों के बाद महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने तत्काल और सख्त कदम उठाए हैं।
मंत्री के निर्देश पर राज्य स्तरीय जांच समिति गठित की गई जिसमें वित्त, सीएसआईडीसी, जीईसी रायपुर, तकनीकी एजेंसियां SGS इंडिया और IRCLASS सिस्टम्स, जिलों के जिला कार्यक्रम अधिकारी और सहायक संचालक शामिल रहे। जांच टीम ने सभी जिलों में सामग्री की भौतिक गुणवत्ता परीक्षण कर रिपोर्ट संचालनालय को सौंपी।
🔍 जांच के बाद जिन एजेंसियों पर कार्रवाई हुई:
- मेसर्स नमो इंटरप्राइजेस
- मेसर्स आयुष मेटल
- मेसर्स अर्बन सप्लायर्स
- मेसर्स मनीधारी सेल्स
- मेसर्स ओरिएंटल सेल्स
- मेसर्स सोनचिरैया कॉर्पोरेशन
इन सभी एजेंसियों को जेम पोर्टल से ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है। भविष्य में ये किसी भी शासकीय सप्लाई में भाग नहीं ले सकेंगी।
✅ सरकार की सख्ती और पारदर्शिता की मिसाल
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की “जीरो टॉलरेंस नीति” के तहत हुई यह कार्रवाई राज्य सरकार की पारदर्शी और मजबूत प्रशासनिक इच्छाशक्ति का प्रमाण है। मुख्यमंत्री पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि बच्चों, महिलाओं और गरीबों के हितों से कोई समझौता नहीं होगा।
🧾 विभाग की ओर से स्पष्टीकरण
- वर्ष 2024-25 में कुल 23.44 करोड़ रुपये की सामग्रियां खरीदी गई थीं।
- कुछ मीडिया रिपोर्टों में बताए जा रहे ₹40 करोड़ के आंकड़े को विभाग ने ग़लत बताया है।
- संपूर्ण क्रय प्रक्रिया पारदर्शी रही और सामग्री की आपूर्ति से पहले और बाद में गुणवत्ता जांच कराई गई।
🔎 जांच में क्या-क्या गड़बड़ियां मिलीं?
- रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, जशपुर, सरगुजा, जांजगीर-चांपा जिलों में निरीक्षण
- टेबल कुछ स्थानों पर असेंबल नहीं पाए गए – बाद में सुधारे गए
- अनाज कोठी भारतीय मानकों के अनुरूप नहीं – नमो इंटरप्राइजेस व आयुष मेटल से बदली गई
- स्टील ट्रे में साइज और वजन में कमी – अर्बन सप्लायर्स, मनीधारी सेल्स, ओरिएंटल सेल्स से बदली गई
- तवा की गुणवत्ता में कमी – सोनचिरैया कॉर्पोरेशन को ब्लैकलिस्ट किया गया
- कढ़ाई हल्के वजन की, पर अधिकांश मापदंडों पर ठीक
- अन्य सामग्री जैसे – अलमारी, कुकर, चम्मच, गिलास अधिकतर जगहों पर मानकों के अनुरूप
विभाग ने स्पष्ट किया कि किसी भी खराब सामग्री का भुगतान नहीं किया गया। सभी एजेंसियों को गुणवत्ता परीक्षण के बाद ही भुगतान किया जाता है।
🗣️ मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े का बयान:
“बच्चों और महिलाओं से जुड़ी सेवाओं में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। हमने तत्परता और पारदर्शिता के साथ जांच पूरी कर दोषियों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई की है। हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है कि आंगनबाड़ी केन्द्रों तक केवल सुरक्षित, मजबूत और गुणवत्तापूर्ण सामग्री ही पहुंचे।”
📌 रिपोर्ट: चौपाल न्यूज इन, रायपुर छत्तीसगढ़
✍️ मुख्य संपादक: सुरेन्द्र यादव