
सरस्वती शिशु मंदिर गुल्लू में गुरु पूर्णिमा हर्षोल्लास से मनाया गया
गुरु के चरणों में वंदन, संस्कार और संस्कृति का संगम
📍 स्थान: सरस्वती शिशु मंदिर, गुल्लू, आरंग
📅 तिथि: गुरुवार, गुरु पूर्णिमा उत्सव
आरंग (चौपाल न्यूज इन):http://Chaupal new in
गुरुवार को सरस्वती शिशु मंदिर, गुल्लू में गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व अत्यंत श्रद्धा व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और वंदना से हुई, जिसमें विद्यालय समिति के पदाधिकारी और अतिथियों ने सहभागिता निभाई।
शुभारंभ में उपस्थित अतिथि:
विद्यालय समिति के सचिव अशोक यादव, कोषाध्यक्ष होरीलाल साहू, सहसचिव रामू लोधी, उपसरपंच योगेश्वर साहू, भुनेश्वर साहू, धनेश्वर धीवर, एवं विद्यालय के प्रधानाचार्य डोमार सिंह लोधी ने मिलकर विधिवत रूप से कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
संदेश और विचार:
सचिव अशोक यादव ने गुरु की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा –
“गुरु उस कुम्हार की तरह होता है, जो गीली मिट्टी को धीरे-धीरे सुंदर आकार देता है। उसके दोषों को दूर करता है और उसमें जीवन का प्राण भरता है। गुरु के गोद में केवल निर्माण होता है, विनाश नहीं।“
वहीं आचार्य दीदी लुकेश्वरी लोधी ने विद्यार्थियों को गुरु पूर्णिमा के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि यह पर्व आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को महर्षि व्यास देव के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। वेदों और महाभारत जैसे महान ग्रंथों की रचना करने वाले व्यास जी को प्रथम गुरु माना जाता है।
कार्यक्रम में विशेष उपस्थिति:
उपसरपंच योगेश्वर साहू, कोषाध्यक्ष होरीलाल साहू, सचिव अशोक यादव, सहसचिव रामू लोधी, भुनेश्वर साहू, धनेश्वर धीवर, आचार्यगण – संतोष पटेल, हेमलता साहू, तुलसी साहू, अमृत धीवर, बसंती साहू, कविता साहू, कु. दुर्गा यादव और कु. प्रेमिन पटेल भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों द्वारा गुरु वंदना, श्लोक पाठ एवं सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई। सभी ने गुरुजनों को पुष्प अर्पित कर आभार प्रकट किया।