रायपुर। जहाँ आज जन्मदिन मनाने का चलन मंहगे होटल, आलीशान रेस्टोरेंट और ग्लैमर से भरे आयोजनों की ओर बढ़ता जा रहा है, वहीं समाजसेवक रविंद्र सिंह जी और युवा चौपाल के अध्यक्ष आलोक शर्मा जी ने एक अनूठी मिसाल पेश करते हुए अपने जन्मदिन को बच्चों के बीच मनाया — वह भी समर कैम्प में, जो चौपाल परिवार द्वारा संचालित किया जा रहा है।
🔹 चौपाल समर कैम्प बना जन्मदिन का साक्षी
यह विशेष आयोजन चौपाल परिवार द्वारा संचालित समर कैम्प में हुआ, जहाँ शिक्षा, खेल, कला और संस्कार से बच्चों का समग्र विकास किया जा रहा है। इस अवसर पर केक काटने से लेकर बच्चों से संवाद, प्रेरक भाषणों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों तक — पूरा वातावरण आत्मीयता और प्रेरणा से भरा रहा।
🔹 उपस्थित रहे चौपाल परिवार के मार्गदर्शक
इस आयोजन में चौपाल परिवार के संस्थापक अध्यक्ष प्रशांत पांडे जी, नारी चौपाल अध्यक्ष डॉ. आरती उपाध्याय जी, समर कैम्प के सभी टीचर प्रभारी, बच्चे और चौपाल परिवार के सदस्य मौजूद रहे। सबने मिलकर जन्मदिन को एक सामाजिक उत्सव का रूप दिया।
🗣️ समाजसेवक रविंद्र सिंह जी का उद्बोधन
“मैं एक सामान्य परिवार से हूँ और मैंने हमेशा यह सीखा है कि समाज के लिए जो कर सकते हो, करो। मेरे लिए असली खुशी इन बच्चों की मुस्कान है। मैं जन्मदिन को केवल अपना निजी उत्सव नहीं, समाज के प्रति एक संकल्प के रूप में देखता हूँ। चौपाल समर कैम्प जैसे प्रयासों से समाज में बदलाव लाया जा सकता है, और मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूँ कि आज का दिन बच्चों के साथ बीता।”
🗣️ युवा चौपाल अध्यक्ष आलोक शर्मा जी का उद्बोधन
“हमारी युवा पीढ़ी अगर समाजसेवा की भावना के साथ आगे बढ़ेगी, तभी एक सशक्त और संस्कारित राष्ट्र बन सकेगा। मेरा जन्मदिन मेरे लिए एक व्यक्तिगत खुशी से ज्यादा, एक ज़िम्मेदारी का प्रतीक है। जब बच्चों की आंखों में सपने और मुस्कान देखता हूँ, तो लगता है कि यही असली जीवन है। चौपाल परिवार हमेशा से युवाओं को समाज से जोड़ने का काम करता आया है और करता रहेगा।”
🔹 आयोजन में दिखी संवेदनशीलता और संस्कार
इस आयोजन में बच्चों ने गीत, कविता, नृत्य जैसी सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं। दोनों अतिथियों ने बच्चों के बीच बैठकर उन्हें प्रोत्साहित किया और उनका आत्मविश्वास बढ़ाया। समर कैम्प की शिक्षिकाओं और प्रशिक्षकों ने बताया कि बच्चों को ऐसे आयोजनों से न केवल खुशी मिलती है बल्कि वे जीवन के गहरे मूल्यों को भी आत्मसात करते हैं।
नारी चौपाल अध्यक्ष डॉ. आरती उपाध्याय जी ने कहा:
“समाज के लिए जीने वाला ही सच्चा नागरिक होता है, और आज का यह आयोजन यही सिखाता है।”
प्रशांत पांडे जी, संस्थापक अध्यक्ष, चौपाल परिवार ने कहा:
“हमें गर्व है कि चौपाल एक ऐसा मंच बना है जो समाजसेवा, शिक्षा और संस्कृति तीनों को एक साथ लेकर चल रहा है।”
📌 निष्कर्ष
यह आयोजन केवल जन्मदिन नहीं, बल्कि समाज के प्रति समर्पण और सेवा की सजीव प्रेरणा बना। चौपाल परिवार ने फिर यह सिद्ध किया कि “बदलाव शब्दों से नहीं, कार्यों से आता है।”