

अंबिकापुर में ‘सुशासन तिहार’: सरकार का जनता से किया हर वादा हो रहा है साकार
चौपाल न्यूज इन रायपुर छत्तीसगढ़ http://Chaupal new inप्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर ज़िले में “सुशासन तिहार” का आयोजन भव्यता और जनभागीदारी के साथ संपन्न हुआ। यह कार्यक्रम केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की सफलता और पारदर्शिता का जीवंत उदाहरण बनकर सामने आया।


इस गौरवशाली अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी, और महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी रजवाड़े सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी और हजारों की संख्या में लाभार्थी उपस्थित रहे।
शुरुआत: छत्तीसगढ़ी परंपरा के साथ – ‘पैर पखारना’ हुआ केंद्र बिंदु
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदेश की सांस्कृतिक परंपरा “पांव पखारने” की रस्म के साथ हुआ।

लाभार्थियों के चरण धोकर उनका सम्मान किया गया — यह नज़ारा भावुक कर देने वाला था। इससे यह संदेश गया कि सरकार गरीबों को सिर्फ लाभ नहीं दे रही, बल्कि उन्हें सम्मान और गरिमा भी प्रदान कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा –
“यह सरकार केवल योजनाएँ नहीं बनाती, बल्कि उन्हें जनता के पैरों तक पहुंचाने का काम करती है।”
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा का प्रेरणादायी वक्तव्य: वादे अब ज़मीन पर उतर रहे हैं

विजय शर्मा जी ने अपने विस्तृत और दृढ़ वक्तव्य में कहा:
“हमने चुनाव पूर्व संकल्प लिया था कि छत्तीसगढ़ का हर गरीब अपने सपनों का घर पाएगा। आज हम प्रधानमंत्री जी की इस योजना के माध्यम से हर ज़रूरतमंद को पक्की छत देने की दिशा में तेज़ी से कार्य कर रहे हैं। चाहे शहर हो या गांव – हर क्षेत्र में योजनाओं का समान और पारदर्शी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया गया है।”
उन्होंने आगे यह भी बताया कि:
- हर जिले में लाभार्थियों की सूची का पुनः परीक्षण हुआ है।
- जिन पात्र लोगों को पूर्ववर्ती सरकारों में लाभ नहीं मिला, उन्हें अब प्राथमिकता दी गई है।
- “जन-विश्वास ही हमारी सबसे बड़ी पूंजी है।”
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय: “जनता ही सबसे बड़ा भगवान है”
मुख्यमंत्री ने कहा:
“गरीबों के आशीर्वाद से बड़ी कोई योजना नहीं होती। आज जिन घरों में पहले टीन की छत थी, वहां अब सम्मान और सुरक्षा की छत है। यह योजना आर्थिक नहीं, मानवीय मिशन है।”
उन्होंने बताया कि:
- अंबिकापुर ज़िले में 15,000 से अधिक आवास स्वीकृत हुए हैं।
- निर्माण की प्रक्रिया में स्थानीय श्रमिकों को भी रोज़गार मिला है।
- पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए ग्रीन निर्माण सामग्री को प्राथमिकता दी गई।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान का उद्बोधन: “यह योजना सामाजिक क्रांति है”
उन्होंने ज़ोर देकर कहा:
“प्रधानमंत्री जी का सपना है कि हर गरीब का घर हो, और यह केवल ईंट-पत्थर का घर नहीं, आत्मनिर्भरता की नींव हो। एक समय था जब लोग उम्मीद छोड़ चुके थे, पर आज हर गरीब की आँख में नई चमक और आत्मविश्वास है।”
वित्त मंत्री ओपी चौधरी: पारदर्शिता और गति दोनों ज़रूरी
उन्होंने कहा:
“हमारा लक्ष्य है कि बिना किसी भेदभाव के योजनाओं का लाभ मिले। हमने ई-गवर्नेंस और डिजिटल वेरिफिकेशन से इस प्रक्रिया को तेज़ और पारदर्शी बनाया है। योजनाओं के लिए मिलने वाला हर रुपया सीधे लाभार्थियों तक पहुँच रहा है।”
मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े: महिला लाभार्थियों को प्राथमिकता
“प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घरों के स्वामित्व में महिलाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। इससे महिला सशक्तिकरण को नई दिशा मिल रही है। आज महिलाएं घर की मालिक बन गर्व से जी रही हैं।”
लाभार्थियों की ओर से प्रतिक्रिया
- सुमित्रा बाई, एक ग्रामीण महिला ने कहा: “पहले हम कच्चे घर में बरसात में भीगते थे। अब नया पक्का घर मिलने से बच्चों की पढ़ाई, सुरक्षा और सम्मान सब मिल गया है।”
- रामप्रसाद साहू, एक मजदूर: “पहली बार महसूस हुआ कि सरकार सच में गरीबों की है।”
समापन: जनभागीदारी और प्रशासनिक समर्पण की अनूठी मिसाल
कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों द्वारा छत्तीसगढ़ी लोकनृत्य, गीत और नुक्कड़ नाटक के ज़रिए सरकार की योजनाओं का जनजागरूकता संदेश भी दिया गया।
सरकार और जनता के बीच विश्वास का पुल और मज़बूत हुआ।
निष्कर्ष: ‘सुशासन तिहार’ बना विकास और विश्वास का पर्व
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के ज़रिए केवल घर नहीं, गरिमा, सुरक्षा, और आत्मनिर्भरता दी जा रही है।
यह आयोजन सरकार की जवाबदेही, पारदर्शिता और संवेदनशीलता का प्रतीक बनकर सामने आया।
📍 रिपोर्ट: चौपाल न्यूज | रायपुर, छत्तीसगढ़
✍️ प्रधानसंपादक– Surendra Yadav
“प्रधानमंत्री आवास योजना की धरातल पर कहानी – चौपाल न्यूज इन की ज़ुबानी”http://Chaupalnews.in