आज जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए पाकिस्तान को दो टूक शब्दों में संदेश दिया — 🔴 “पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते”, तो पूरे देश में जोश, गर्व और राष्ट्रभक्ति की लहर दौड़ पड़ी।
“ऑपरेशन सिंदूर” के माध्यम से भारत ने यह स्पष्ट कर दिया कि अब हमलावरों को माफ़ी नहीं, माकूल जवाब मिलेगा।
📱 चौपाल न्यूज़ रायपुर द्वारा मोबाइल माध्यम से आयोजित किया गया जन संवाद कार्यक्रम
प्रधानमंत्री के इस ऐतिहासिक संबोधन के तुरंत बाद चौपाल न्यूज़ – रायपुर छत्तीसगढ़ द्वारा मोबाइल प्लेटफॉर्म के माध्यम से एक जन संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें समाज के विभिन्न प्रतिष्ठित वर्गों से जुड़े लोगों ने अपनी राय रखी और प्रधानमंत्री के संदेश का स्वागत किया।
👥 प्रमुख वक्ता और उनके विचार:
👨🏫 शिक्षक ओंकार प्रसाद वर्मा जी
“प्रधानमंत्री ने वो शब्द कहे हैं जो देश के हर शिक्षक और छात्र के दिल में थे। देश अब मौन नहीं रहेगा, अब जवाब मिलेगा।”
🧑💼 प्रशांत पांडे जी – सामाजिक संस्था प्रतिनिधि
“ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ युद्ध नहीं, एक सामाजिक चेतना है। इस पर चर्चा कर जनमत को जागरूक करना हमारी जिम्मेदारी है।”
👨🌾 रविन्द्र सिंह जी – सामाजिक विचारक
“मोदी जी ने दुश्मन को साफ संदेश दे दिया है। अब भारत की नीति स्पष्ट है – जवाब होगा, और समय पर होगा।”
👩🌾 सावित्री जगत जी – सामाजिक कार्यकर्ता
“हम महिलाओं के लिए यह गर्व का क्षण है। सिंदूर पर जो हमला हुआ था, उसका जवाब पूरे देश ने एक स्वर में दिया।”
🗣️ संदीप यदु – युवा नेता, जिला पंचायत उपाध्यक्ष, रायपुर
“मोदी जी का भाषण आज के युवा की भावना को बल देता है। यह नेतृत्व प्रेरणादायक है और स्पष्ट है।”
👩⚕️ डॉ. हर्षिता शुक्ला – समाज सेविका
“भारत अब सहनशील नहीं, जागरूक और सक्रिय राष्ट्र बन चुका है। प्रधानमंत्री का संबोधन समाज की चेतना को दिशा देता है।”
👩👧👦 अर्चना शर्मा जी – गृहणी एवं सामाजिक कार्यकर्ता
“प्रधानमंत्री मोदी जी के आज के संबोधन ने हर गृहणी के मन की बात कही है। हम महिलाएं वर्षों से दर्द सहती रहीं, मगर आज लगा कि हमारे आँसू व्यर्थ नहीं गए। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ हमारे आत्मसम्मान की रक्षा का प्रतीक बन गया है। मोदी जी ने हमें आवाज़ दी है।”
🌐 सीजफायर की गुहार और भारत का दृढ़ रुख
10 मई को पाकिस्तान की ओर से सीजफायर की अपील की गई, लेकिन भारत ने अपनी नीति स्पष्ट कर दी —
“हम शांति चाहते हैं, पर आत्मसम्मान की कीमत पर नहीं।”
प्रधानमंत्री के शब्दों में जो दृढ़ता है, वह भारत की बदली हुई सोच और बदलते वैश्विक रुख का संकेत है।
🔥 “ऑपरेशन सिंदूर” – भारत की जवाबी रणनीति और राष्ट्रीय स्वाभिमान का प्रतीक
इस अभियान ने केवल सीमाओं की रक्षा नहीं की, बल्कि राष्ट्र की गरिमा की पुनः स्थापना की है। प्रधानमंत्री ने साफ कर दिया कि
“अब हमला करने वाला सौ बार सोचेगा।”
📢 निष्कर्ष: भारत अब माफ नहीं करता – यह नया युग है
मोबाइल माध्यम से जुड़े इस जन संवाद कार्यक्रम ने साबित कर दिया कि तकनीक के ज़रिए जनभावनाओं को जोड़ना अब संभव और प्रभावशाली है। “चौपाल न्यूज़ इन – रायपुर” की इस पहल ने एक सेतु का कार्य किया है — प्रधानमंत्री की बात से जनता की आवाज़ तक।
🖋️ चौपाल न्यूज इन रायपुर छत्तीसगढ़ प्रधान संपादक सुरेन्द्र यादव रिपोर्टिंग: चौपाल न्यूज़ इन डिजिटल पोर्टलhttp://Chaupal new in 📍 रायपुर | दिल्ली