

चौपाल न्यूज रायपुर, छत्तीसगढ़ (1 फरवरी 2025)
वामा कैपिटल का ‘परमार्थ प्रयास’ के तहत गौ सेवा कार्यक्रम
वामा कैपिटल, अपनी सामाजिक सेवा पहल ‘परमार्थ प्रयास’ के तहत निरंतर समाज की भलाई के लिए काम कर रहा है। इसी कड़ी में, संस्था ने आज हरिओम गौशाला, पचपेड़ी नाका में एक विशेष गौ सेवा कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य उन गायों की देखभाल करना था जो दुर्घटनाओं में घायल हो गई हैं, लावारिस पाई जाती हैं या गंभीर बीमारियों का शिकार होती हैं।
गौशाला का उद्देश्य और सेवा कार्य
हरिओम गौशाला का मुख्य उद्देश्य उन गायों की देखभाल करना है जो किसी दुर्घटना के कारण घायल हो जाती हैं या जिन्हें अन्य कारणों से देखभाल की आवश्यकता होती है। वामा कैपिटल की टीम ने इस गौशाला में गायों को आवश्यक उपचार, जैसे एंटीबायोटिक्स, चारा, पोषक आहार, और 50 किलो गुड़ प्रदान किया, ताकि उनका स्वास्थ्य बेहतर हो सके। इस सेवा कार्य में संस्था की टीम ने अपनी पूरी समर्पण भावना से इन गायों की देखभाल की।

कार्यक्रम में भाग लेने वाले सदस्य
इस कार्यक्रम में वामा कैपिटल के कई प्रमुख सदस्य उपस्थित थे, जिनमें चैप्टर की प्रेसिडेंट आस्था बाफना, धृति शर्मा, हर्शल छाजेड़, रुपाली दुबे, गुंजन गोलछा, रूपा सिंह, निकिता साहू, हर्शल छज्जेद सहित लगभग 40 अन्य सदस्य शामिल थे। सभी ने मिलकर गौ माता की देखभाल में अपना योगदान दिया और सेवा की भावना को प्रदर्शित किया।
संस्था की सामाजिक जिम्मेदारी और भविष्य के प्रयास
वामा कैपिटल का यह कार्यक्रम केवल गायों के प्रति करुणा दिखाने के लिए नहीं बल्कि समाज में दया और सेवा के मूल्यों को बढ़ावा देने का एक प्रयास भी है। संस्था ने यह सुनिश्चित किया है कि ‘परमार्थ प्रयास’ के तहत हर माह ऐसे समाजोपयोगी कार्यों का आयोजन किया जाएगा, जिनसे ज़रूरतमंदों को सहायता मिल सके और सामूहिक कल्याण को बढ़ावा मिले।


सारांश
वामा कैपिटल का यह गौ सेवा कार्यक्रम समाज में जागरूकता और सेवा की भावना को प्रोत्साहित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। संगठन का उद्देश्य केवल मुनाफा कमाना नहीं, बल्कि समाज की भलाई में भी योगदान देना है। इस कार्यक्रम के बारे में अधिक जानकारी चैप्टर की पी.आर.ओ. पल्लवी मिश्रा ने दी।
वामा कैपिटल अपनी इस पहल को भविष्य में भी जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है।