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बिरगांव, उरला, अछोली में गुरु घासी दास जी की भाव्य शोभा यात्रा, पंथी नृत्य और अखाड़ा दल का आयोजन एक अत्यंत धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है। यह कार्यक्रम उनके अनुयायियों द्वारा उनकी शिक्षाओं और योगदान को सम्मानित करने के लिए आयोजित किया जाता है।

  1. शोभा यात्रा: गुरु घासी दास जी की तस्वीर या प्रतिमा को श्रद्धा पूर्वक सड़कों पर घुमाते हुए एक भव्य शोभा यात्रा निकाली जाती है। इसमें भक्तगण धार्मिक गीत गाते हुए और मंत्रोच्चारण करते हुए यात्रा में भाग लेते हैं। यह यात्रा उनकी शिक्षाओं और संदेशों को फैलाने का एक महत्वपूर्ण साधन है।
  2. पंथी नृत्य: यह नृत्य विशेष रूप से गुरु घासी दास जी के अनुयायियों द्वारा किया जाता है। पंथी नृत्य में समूह के लोग एकसाथ तालमेल से नृत्य करते हैं, जो भाईचारे, प्रेम, और सामूहिक एकता का प्रतीक है। यह नृत्य परंपरा गुरु घासी दास जी के आदर्शों को जीवित रखने का एक तरीका है।
  3. अखाड़ा दल: अखाड़ा दल एक प्रकार का धार्मिक और शारीरिक प्रदर्शन है जिसमें गुरु घासी दास जी के अनुयायी अपनी शारीरिक क्षमता और मानसिक दृढ़ता को प्रदर्शित करते हैं। इसमें विभिन्न प्रकार के शारीरिक अभ्यास होते हैं, जो समर्पण, साहस, और आस्था की भावना को दर्शाते हैं।

इस कार्यक्रम का आयोजन बिरगांव में एक सांस्कृतिक और धार्मिक उत्सव का रूप लेता है, जहां गुरु घासी दास जी के आदर्शों का प्रचार-प्रसार और उनके प्रति श्रद्धा का प्रदर्शन होता है। यह न केवल धर्म और संस्कृति को सम्मानित करता है, बल्कि समाज को एकजुट करने का भी काम करता है।

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