

चौपाल न्यूज इन रायपुर में महापौर चुनाव को लेकर नामांकन प्रक्रिया जोर-शोर से चल रही है, जिसमें प्रमुख पार्टियों भाजपा और कांग्रेस ने अपने-अपने प्रत्याशियों का नामांकन दाखिल किया। इस नामांकन प्रक्रिया ने दोनों पार्टियों के नेतृत्व और उनके भविष्य के विजन को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। आइए, जानते हैं दोनों प्रमुख दलों के प्रत्याशियों और उनके समर्थन के बारे में विस्तार से:
कांग्रेस महापौर प्रत्याशी: दीप्ति दुबे

कांग्रेस की तरफ से महापौर प्रत्याशी के रूप में दीप्ति दुबे ने नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर कांग्रेस के बड़े नेता और पार्टी के वरिष्ठ सदस्य उनके साथ मौजूद थे, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व उपमुख्यमंत्री टी एस सिंह देव, प्रमोद दुबे, शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे और प्रवक्ता डॉ. आरती उपाध्याय प्रमुख रूप से शामिल थे। दीप्ति दुबे के नामांकन में इन नेताओं की उपस्थिति यह दिखाती है कि कांग्रेस ने दीप्ति को पूरी पार्टी का समर्थन दिया है और वे पार्टी के विजन को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं।

कांग्रेस का चुनावी लक्ष्य इस बार न केवल महापौर पद पर विजय प्राप्त करना है, बल्कि शहर की समृद्धि और विकास को लेकर दीप्ति दुबे के नेतृत्व में नए दृष्टिकोण को जन-जन तक पहुंचाना भी है। पार्टी का जोर शहर की समस्याओं का हल निकालने, रोजगार सृजन, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार करने पर है।
भाजपा महापौर प्रत्याशी: श्रीमती मीलन चौबे

वहीं, भाजपा ने महापौर प्रत्याशी के रूप में श्रीमती मीलन चौबे को मैदान में उतारा है। भाजपा के नामांकन कार्यक्रम में पार्टी के शीर्ष नेताओं की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही, जिसमें पूर्व मंत्री और सांसद बृजमोहन अग्रवाल जी, श्री रामविचार नेताम जी, विधायक सुनील सोनी जी, पूर्व मंत्री विधायक राजेश मुड़त जी, विधायक पुरेंद्र मिश्रा जी , और भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव जी समेत अन्य पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए। यह दृश्य दर्शाता है कि भाजपा अपने प्रत्याशी को लेकर पूरी तरह से एकजुट और तैयार है।

भा.ज.पा. का फोकस इस बार विकास, साफ-सफाई, जनकल्याणकारी योजनाओं और शहर की समग्र प्रगति पर है। पार्टी का दावा है कि मीलन चौबे शहर में व्याप्त समस्याओं के समाधान के साथ-साथ भाजपा के मिशन ‘सुरक्षित और सुव्यवस्थित रायपुर’ को लागू करने में सक्षम होंगी।



दोनों पार्टी की रणनीतियाँ और भविष्य
दोनों पार्टियों के प्रत्याशियों के नामांकन के बाद अब यह देखना दिलचस्प होगा कि किस पार्टी का प्रत्याशी अधिक जनप्रियता हासिल कर पाता है। कांग्रेस ने जहां एक सामाजिक और समावेशी विकास के एजेंडे को अपने चुनावी वचन पत्र में प्रमुखता दी है, वहीं भाजपा का ध्यान प्रशासनिक सुधार और जन कल्याणकारी योजनाओं के जरिए रायपुर को अधिक विकसित बनाने पर है।
यह चुनाव महापौर पद के साथ-साथ रायपुर के भविष्य के लिए एक अहम मोड़ साबित हो सकता है, जहां दोनों पार्टियां अपनी-अपनी रणनीतियों के साथ अपनी ताकत दिखाने के लिए मैदान में हैं। अब यह देखना होगा कि कौन सी पार्टी अपने प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए अधिक प्रभावी साबित होती है और कौन से मुद्दे रायपुर के मतदाताओं के दिल को छूने में सफल होते हैं। चौपाल न्यूज इन प्रधान संपादक सुरेन्द्र यादव