

रायपुर चौपाल न्यूज इन”शंकराचार्यजी ने हिन्दू राष्ट्र निर्माण अभियान के तहत रायपुर में एक नौ दिवसीय प्रवास के दौरान महत्वपूर्ण बयानों और विचारों का आदान-प्रदान किया। भक्तों को दर्शन का लाभ प्राप्त हुआ।
उन्होंने हिन्दू समाज को जागरूक करते हुए कहा कि जब तक हिन्दू केवल पेट और परिवार तक सीमित रहते हैं, तब तक उनकी दुर्दशा होती रहेगी। वे चाहते हैं कि समाज अधिक व्यापक दृष्टिकोण अपनाए और धार्मिक रूप से जागृत हो।
इसके अलावा, शंकराचार्यजी ने महिलाओं के अधिकारों पर भी चर्चा की और शास्त्रों के संदर्भ में बताया कि माताओं का अधिकार पुरुषों से अधिक है। उन्होंने श्रीरामचरितमानस का उदाहरण देते हुए कहा कि जब पिताजी की आज्ञा को लेकर विवाद हो, तो माता को पिताजी से भी अधिक महत्वपूर्ण माना जाए।
पुरी शंकराचार्यजी ने इस यात्रा के दौरान रायपुर स्थित शंकराचार्य आश्रम में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान और दीक्षा कार्यक्रमों का आयोजन किया। कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी की अपील की गई और सभी सनातनी भक्तों को हिन्दू राष्ट्र निर्माण के पुण्य कार्य में सहयोग करने के लिए प्रेरित किया गया।
पुरी शंकराचार्यजी का यह प्रवास 22 दिसम्बर से 30 दिसम्बर तक रहा, और 2 जनवरी को वे उड़ीसा लौट जायेगे।”
