ठहाकों से गुलजार ठहाकों से गुलजार हुई एक यादगार शाम! आज चितवन वृद्धाश्रम, टिकरापारा रायपुर में हंसी और खुशियों से भरा एक अनोखा आयोजन हुआ, जिसमें श्री अमिताभ दुबे एवं श्रीमती रूपाली दुबे विशेष आमंत्रित अतिथि के रूप में शामिल हुए। यह कार्यक्रम बुजुर्गों के लिए एक यादगार शाम बन गई, जहाँ हास्य-व्यंग्य, गीत, कविता और मनोरंजक संवादों ने सभी के चेहरे पर मुस्कान ला दी।कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा “कपिल शर्मा शो” की तर्ज पर आयोजित संवाद सत्र, जिसे आश्रम संचालक प्रशांत पांडेय जी ने अपने मज़ाकिया अंदाज में प्रस्तुत किया। उनके चुटीले सवालों और बुजुर्गों की शानदार प्रतिक्रियाओं से पूरा आश्रम ठहाकों से गूंज उठा।यह आयोजन न सिर्फ एक मनोरंजक शाम थी, बल्कि एक भावनात्मक जुड़ाव का अवसर भी बना, जिसमें बुजुर्गों ने अपने दिल की बातें साझा कीं और खुशियों से भरपूर समय बिताया। चितवन वृद्धाश्रम का उद्देश्य सिर्फ देखभाल करना ही नहीं, बल्कि उनके जीवन में प्रेम, हंसी और सकारात्मक ऊर्जा भरना भी है।सादर,चितवन वृद्धाश्रम, टिकरापारा, रायपुर”क्योंकि खुशियाँ उम्र की मोहताज नहीं होतीं!” ❤️✨


आज चितवन वृद्धाश्रम, टिकरापारा रायपुर में हंसी और खुशियों से भरा एक अनोखा आयोजन हुआ, जिसमें श्री अमिताभ दुबे एवं श्रीमती रूपाली दुबे विशेष आमंत्रित अतिथि के रूप में शामिल हुए। यह कार्यक्रम बुजुर्गों के लिए एक यादगार शाम बन गई, जहाँ हास्य-व्यंग्य, गीत, कविता और मनोरंजक संवादों ने सभी के चेहरे पर मुस्कान ला दी।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा “कपिल शर्मा शो” की तर्ज पर आयोजित संवाद सत्र, जिसे आश्रम संचालक प्रशांत पांडेय जी ने अपने मज़ाकिया अंदाज में प्रस्तुत किया। उनके चुटीले सवालों और बुजुर्गों की शानदार प्रतिक्रियाओं से पूरा आश्रम ठहाकों से गूंज उठा।


यह आयोजन न सिर्फ एक मनोरंजक शाम थी, बल्कि एक भावनात्मक जुड़ाव का अवसर भी बना, जिसमें बुजुर्गों ने अपने दिल की बातें साझा कीं और खुशियों से भरपूर समय बिताया। चितवन वृद्धाश्रम का उद्देश्य सिर्फ देखभाल करना ही नहीं, बल्कि उनके जीवन में प्रेम, हंसी और सकारात्मक ऊर्जा भरना भी है।
सादर,
चितवन वृद्धाश्रम, टिकरापारा, रायपुर
“क्योंकि खुशियाँ उम्र की मोहताज नहीं होतीं!” ❤️✨