
रायपुर: छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में ED ने पूर्व मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार किया
छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार सुबह लखमा ED दफ्तर पूछताछ के लिए पहुंचे थे, जहां उनकी गिरफ्तारी की गई। वहीं, लखमा के बेटे हरीश लखमा को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। ED ने अब लखमा को कोर्ट के लिए रवाना कर दिया है।
कवासी लखमा का बयान: पूछताछ के दौरान लखमा ने कहा कि उन्होंने ED के बुलावे पर जवाब देने के लिए आज ऑफिस आया था और यदि कानून ने उन्हें फिर से बुलाया, तो वे बार-बार आएंगे। उनका कहना था कि वे कानून का सम्मान करेंगे और अधिकारियों से पूछे गए सवालों का जवाब देंगे।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा का बयान: इस मामले में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि लखमा के आबकारी मंत्री रहते FL-10 के नाम पर घोटाला हुआ था। उन्होंने आरोप लगाया कि लखमा ने अपनी ही सरकार में ठगी की। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कानून अपना काम करेगा और अब कोई भी नहीं बख्शा जाएगा।
एफआईआर और गिरफ्तारियां: इस मामले में ED द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर एसीबी ने जनवरी 2025 में एफआईआर दर्ज की थी। अब तक इस घोटाले में कई प्रमुख आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनमें आबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव एपी त्रिपाठी और भिलाई के बड़े शराब कारोबारी शामिल हैं। इस घोटाले में नाम शामिल होने वाले अन्य प्रमुख व्यक्तियों में आईएएस अधिकारी निरंजनदास, अनिल टूटेजा, यश टूटेजा, और अन्य आबकारी विभाग के अधिकारी शामिल हैं।
ईडी द्वारा की गई कार्रवाई: ईडी ने मार्च 2023 में एसीबी और ईओडब्ल्यू को आवेदन दिया था, लेकिन कांग्रेस सरकार के दौरान एफआईआर दर्ज नहीं की गई थी। अब सत्ता परिवर्तन के बाद, राज्य की एजेंसी ने एफआईआर दर्ज कर लिया है और मामले की जांच तेज़ी से चल रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान: वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस कार्रवाई को बदले की भावना से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ यह कड़ी कार्रवाई राजनीतिक द्वेष के कारण हो रही है।
इस घोटाले को लेकर अब तक कई बड़े नाम सामने आ चुके हैं और मामले की जांच तेजी से जारी है।